
सोनचिरैया के अतीत में –
2020 में -
लोक निर्मला पुरस्कार -सोन चिरैया द्वारा देश की लोक संस्कृति में असाधारण योगदान हेतु लोक निर्मला सम्मान प्रतिवर्ष उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री के हाथों प्रदान किया जाता है l वर्ष 2020 में आरंभ किए गए लोक निर्मला सम्मान के अंतर्गत पदम विभूषण तीजनबाई एवं पद्मश्री गुलाबो सपेरा को सम्मानित किया जा चुका है l


2019 में -
वर्ष 2019 में उत्तराखंड में गढ़वाली एवं कुमाऊं लोक कलाओं के उन्नयन हेतु ओएनजीसी के सहयोग से पद्मश्री बसंती बिष्ट जी के द्वारा देहरादून में 1 माह की कार्यशाला का आयोजन एवं पिथौरागढ़ में हिल यात्रा एवं जागर का 15 दिन का प्रशिक्षण एवं मंचन किया गया l
- वर्ष 2019 में ही दिल्ली के सेंट्रल पार्क में दो दिवसीय आयोजन “धरोहर” में दुर्लभ लोक प्रस्तुतियों की प्रस्तुति की गई l जिसमें पद्मश्री से सम्मानित बस्तर बैंड, मणिपुर नागालैंड के लोक नृत्य, ब्रिज का चरकुला उल्लेखनीय है l
- वर्ष 2019 में बनारस के अस्सी घाट पर भी दो दिवसीय आयोजन “धरोहर” में भी दुर्लभ लोक प्रस्तुतियां की गई l जिनमें पद्मश्री अनवर खान मागानिहार, शहनाई वादक राजेंद्र प्रसन्ना एवं अनेक कलाकार सम्मिलित हुए l
2018 में -
वर्ष 2018 में भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान शताब्दी संगीत समारोह में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से दिल्ली में पंडित रविशंकर कल्चर सेंटर में पूरब रंग के नाम से चार दिवसीय आयोजन किया गया l जिसमें पद्म विभूषण गिरजा देवी जी, पद्मा विभूषण राजन साजन मिश्रा जी, पदमश्री शेखर सेन जी जैसे दिग्गज कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी l
· वर्ष 2018 में दिल्ली में एवं वर्ष 2021 में लखनऊ में अवध की रोशन चौकी शीर्षक के तहत अवध की लुप्त होती हुई रचनाओं की प्रस्तुतियां उल्लेखनीय है l


2016-2017 में -
वर्ष 2017 में भारतरत्न एम एस सुब्बालक्ष्मी शताब्दी संगीत समारोह में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से “नाद स्वरम” की प्रस्तुति l मुंबई के रंगशारदा प्रेक्षागृह में दो दिवसीय भव्य आयोजन हुआ l जिसमें पद्म विभूषण पंडित शिवकुमार शर्मा, पद्म विभूषण विश्वमोहन भट्ट एवं कर्नाटक शैली की गायिका सुधा रघुरमन जी आदि कलाकारों ने भाग लिया l
वर्ष 2017 में सोन चिरैया द्वारा लुप्त होती हुई लोकप्रिय विधान नौटंकी के प्रचार-प्रसार एवं नौटंकी को मुख्यधारा में लाने के लिए 2 वर्षों तक प्रशिक्षण आर्थिक सहयोग एवं दिल्ली-मुंबई बनारस में कानपुर में कला का नौटंकी के कलाकारों के विभिन्न प्रस्तुतियों का मंचन एवं विस्तार l इसमें ओएनजीसी का सहयोग प्राप्त हुआ l
वर्ष 2016-17 में भारत की स्वाधीनता संग्राम के मुख्य केंद्र मेरठ, बलिया, कानपुर, महोबा झांसी में आजादी की 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सोन चिरैया के कलाकारों द्वारा विशाल विशाल आयोजन किए गए l